क्या आप लंबे समय से https kya hai यह जानने की तलाश में है, तो आप इस आर्टिकल की मदद से यह जान पाएंगे कि HTTPS Kya Hota hai और HTTPS किस प्रकार से कार्य करता है, हमने देखा है कि बहुत सारे लोग अपना बहुत सारा समय https kya hai यह पता करने में बर्बाद कर देते हैं लेकिन फिर भी पता नहीं कर पाते हैं क्योंकि अधिकतर इंटरनेट पर इस प्रकार की जानकारी बहुत ही कम मिलती है।

लेकिन आप हमारे इस आर्टिकल की मदद से https से जुड़े बहुत सारे सवालों के जवाब जैसे कि https kya hai, https का full form क्या है, https में s का क्या मतलब होता है, https का कौन सा भाग Encrypted हैं, https पूरी तरह Secure क्यों नहीं है इत्यादि जानकारी विस्तार से इस लेख के जरिए जान पाएंगे।
तो इसी के साथ शुरू करते हैं कि https क्या होता है।
HTTPS Kya Hota hai? | HTTPS क्या है?
अधिकतर लोग यह जानने में अपना समय बर्बाद कर देते हैं कि https क्या होता है, यदि आपको भी या नहीं पता है आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि https एक Protocol हैं, और इस Protocol का इस्तेमाल browser और Server के बीच में होने वाले संचार के दौरान किया जाता है, यह https एक सही secure Protocol होता है, हालांकि यदि देखा जाए तो इस कंडीशन में ट्रांसफर होने वाली सभी प्रकार की फाइल है और डाटा Encrypted form में एक स्थान से दूसरे स्थान तक ट्रांसफर होता है।
यदि देखा जाए तो देश और दुनिया में सबसे ज्यादा https सुरक्षित Connection माना गया है, लेकिन https में सदा SSL Certificate को इंस्टॉल करने की आवश्यकता होती है, जब आप पूरी तरह से इस SSL Certificate को अपने डिवाइस में इंस्टॉल कर लेते हैं उसके बाद भी सर्वर से Client के बिच के कनेक्शन को पूरी तरह से सुरक्षित किया जाता है, लेकिन HTTPS में सदैव Port 433 का इस्तेमाल किया जाता है, हालांकि यह Transport Layer पर आधारित होता हैं।
यदि देखा जाए तो यह नेटवर्क Protocol देश और दुनिया में इसका इस्तेमाल किया जाता है, यह https डाटा को एक स्थान से दूसरे स्थान तक Encrypted form में ट्रांसफर करने का कार्य करता है, हालांकि वही SSL किसी भी प्रकार के डाटा को पूरी तरह से सुरक्षित Layer का काम करता है, देश और दुनिया में अधिकतर लोगों को https का फुल फॉर्म पता नहीं है यदि आपको भी इस का फुल फॉर्म पता नहीं है तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इस का फुल फॉर्म Hyper Text Transfer Protocol Secure होता है।
https http का लेटेस्ट वर्जन हैं, हालांकि इसमें Secure Socket Layer का इस्तेमाल पूरी तरह से किया जाता है यह Layer Server और Client के बीच किसी भी प्रकार के डाटा को secured form में Transfer करता है।
HTTPS किस प्रकार कार्य करता है?
देश और दुनिया में अधिकतर लोगों को यह नहीं पता है कि https किस प्रकार से कार्य करता है, तो यह उपयोगकर्ता और Server के बीच में हो रहे कम्युनिकेशन को पूरी तरह से सुरक्षित रखने का कार्य करता है, वेब ब्राउज़र और वेब सर्वर के बीच जो Url Search के दौरान जो कनेक्शन होता है उस कनेक्शन को पूरी तरह से सुरक्षित रखने का कार्य https ही करता है।
https सर्वर और उपयोगकर्ता के बीच एक जानकारी को Encrypted करके शेयर करने का कार्य करता है, लेकिन जब कोई डाटा उपयोगकर्ता के सिस्टम तक पूरी तरह से पहुंच नहीं पाता है तो यह Encrypted From में ही रहता है, हालांकि देश और दुनिया के अधिकतर लोगों ने माना है कि https बहुत ही ज्यादा Secure लेवल की सुविधा प्रदान करता है।
HTTPS में S का इस्तेमाल क्या है?
यदि देखा जाए तो देश और दुनिया में अधिकतर लोगों को https में S का इस्तेमाल नही पता है, यदि आपको भी नही पता है, तो आपको भी जान लेना चाहिए https में S का इस्तेमाल Security होता है, यह ब्राउज़र और सरवर के बीच हो रहे कम्युनिकेशन को Encrypted form में ट्रांसफर करने का कार्य करता है, हालांकि यह https http का एक लेटेस्ट वर्जन हैं, यह एक नेटवर्क प्रोटोकोल है जिसे देश दुनिया में world wide web में उपयोग किया जाता है।
जब किसी भी प्रकार के ब्राउज़र और वेब सर्वर के बीच जो कनेक्शन होता है वह http के जरिए होता है, लेकिन इस कनेक्शन को पूरी तरह से सिक्योर नहीं माना जाता है, क्योंकि http उपयोगकर्ता और सरवर के बीच शेयर हो रही जानकारी जैसे कि आपका phone number, email address, User Name, Bank Details इत्यादि हैकर के द्वारा आसानी के साथ हैक की जा सकती है, यही कारण है कि इस प्रकार की इंफॉर्मेशन की सिक्योरिटी के लिए अधिकतर वेबसाइट https network protocol का इस्तेमाल करना पसंद करती है।
HTTP पूरी तरह से Secure क्यों नहीं है?
यदि आपको भी यह जानना है कि http उपयोगकर्ताओं के लिए secure क्यों नहीं है, क्योंकि http secure कनेक्शन के लिए SSL Certificate का उपयोग नहीं करता है, यही कारण है कि यह पूरी तरह उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित नहीं है, इस http कलेक्शन के दौरान ट्रांसफर होने वाले डाटा भी encrypt नही है, यही कारण है कि डाटा encrypt ना होने के कारण ही हैकर इसे आसानी के साथ हैक कर लेते हैं।
HTTP Error Codes in Hindi
अधिकतर उपयोगकर्ताओं को यह नहीं पता होता है कि HTTPS में Error Codes किस प्रकार होते हैं यदि आपको इनके बारे में जानकारी चाहिए तो हमने नीचे साझा की है।
- 401: इसका कारण यह होता है कि इसी साइट को यदि ओपन करते हैं उस समय वह Detect होता है।
- 404: इसका मतलब Page NOT Found होता है।
- 501: इसका मतलब Gateway के लिए शो करता है।
HTTPS का क्या मतलब होता है – FAQs
HTTPS का कौन सा भाग Encrypted होता है?
यदि आपको इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है तो कोई बात नहीं HTTPS में Connection का भाग Encrypted होता है, क्योंकि यह टी सी पी Protocol के साथ Tls और SSL Certificate का उपयोग करके नेटवर्क संचार पूरी तरह से सुरक्षित बनाने के लिए उपयोग में देता है।
HTTPS का Full From क्या होता है?
देश और दुनिया में अधिकतर लोगों को HTTPS का फुल फॉर्म पता नहीं है यदि आपको भी नहीं पता तो इस का फुल फॉर्म Hyper Text Transfer Protocol Secure होता है।
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निष्कर्ष
काफी वार यह देखा गया है कि देश और दुनिया में बहुत सारे ऐसे नॉलेज रखने वाले लोग हैं लेकिन इन लोगों को HTTPS के बारे में अधिक जानकारी नहीं हो पाती है, क्योंकि वह इसके बारे में पढ़ना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन जब कहीं इसकी जरूरत होती है तब अधिकतर लोग इसके बारे में जानना पसंद करते हैं, यदि आपको अभी तक HTTPS के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है तो आप इस आर्टिकल को सही प्रकार से पढ़ सकते हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा लिखा हुआ यह लेख आपको जरूर पसंद आया होगा, क्योंकि हमने अपने इस लेख में आपके लिए बड़ी ही सरल जानकारी में HTTPS के बारे जानकारी साझा की है, ताकि आपको इसके बारे में एक सही ज्ञान पता चल सके, यदि आपको हमारे द्वारा लिखा हुआ यह लेख पसंद आया है तो इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करने की कोशिश करें ताकि अधिकतर लोगों को इसके बारे में जानकारी प्राप्त हो सके, यदि आपको इस लेख से लेकर कोई भी शिकायत है तो आप हमें कमेंट बॉक्स के जरिए बता सकते हैं।