Jaati Kise Kahate Hain: दुनिया के हर व्यक्ति की कोई ना कोई जाति जरूर होती है क्योंकि हर व्यक्ति अपनी जाति के आधार पर ही पहचाना जाता है। भारत देश में जाति प्राचीन समय से ही चली आ रही है। किसी न किसी व्यक्ति की कोई ना कोई जाति भारत में जरूर देखी गई है।
लेकिन आज भी बहुत सारे ऐसे धर्म हैं जहां पर किसी भी प्रकार की कोई भी जाती नहीं है। लेकिन जाति का आधार सनातन धर्म में बहुत है। हालांकि सनातन धर्म को हिंदू धर्म नाम से भी जाना जाता है। इस धर्म में प्राचीन समय से ही जातियों का आधार दिया गया है।

जातियां एक दूसरे की तुलना में ऊंची नीची होती है। कुछ ऐसी हिंदू धर्म में जातियां होती हैं जो की ऊंची मानी जाती हैं। इन जातियों में ब्राह्मण, क्षत्रिय इत्यादि जातियां आते हैं। वहीं कुछ ऐसी भी जातियां होती हैं जो की बहुत नीचे मानी जाती है।
जाति किसे कहते हैं? | Jaati Kise Kahate Hain
मनुष्यों का एक ऐसा समूह जिसकी सदस्यता जन्म से ही निर्धारित होती है उसे जाति कहा जाता है। भारत देश में यह परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है। यदि देखा जाए तो आज के समय में भी भारत देश के साथ-साथ बहुत सारे ऐसे देश हैं जहां पर लाखों मानव जातियां पाई जाती हैं।
किसी देश में रंग को लेकर मतभेद होता है वही किसी देश में धर्म को लेकर मतभेद होता है लेकिन भारत में जातियों के आधार पर मतभेद होता रहता है। लेकिन आज के समय में कुछ जातियों को सर्वश्रेष्ठ माना गया है वहीं भारत में सबसे ज्यादा ब्राह्मण, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति इत्यादि पाई जाती हैं।
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जाति का दूसरा अर्थ क्या है?
जाति का दूसरा अर्थ दिया होता है कि वह अपनी समाज को गतिशीलता की अनुमति प्रदान नहीं करता है।
जाति कितने प्रकार की होती है?
जाति भारत देश में चार प्रकार की होती है जिसमें कास्ट ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र हैं।
भारत में कितनी जातियां हैं?
भारत देश में एक रिपोर्ट के अनुसार 3000 जातियां हैं और वही 25000 उपजातियां हैं।
भारत में नंबर वन जाति किसे कहा जाता है?
भारत में नंबर वन जाति ब्राह्मण जाति को कहा जाता है।
शक्तिशाली जाति कौन सी है?
शक्तिशाली जाती क्षत्रिय जाती है।
SC कौन सा वर्ग में आता है?
SC यानी कि शेड्यूल कास्ट हिंदी में ऐसे अनुसूचित जाति कहते हैं।