Rajasthan ka Kabir Kise Kahate Hain: क्या आप राजस्थान के कबीर के बारे में एक सही जानकारी रखते हैं | यदि आपको यह नहीं पता है कि राजस्थान का कबीर किसे कहा जाता है तो आपको पता होना चाहिए |

क्योंकि अधिकतर राजस्थानियों को यह पता है कि राजस्थान का कबीर किसे कहा जाता है लेकिन फिर भी आपको यह नहीं पता है तो आपको राजस्थान का कवि से जुड़ी हुई बहुत सारी जानकारी यहां विस्तार से मिलने वाली है|
राजस्थान का कबीर किसे कहते हैं | Rajasthan ka Kabir Kise Kahate Hain
राजस्थान का कबीर संत दादू दयाल जी को कहा जाता है। संत दादू दयाल जी ने राजस्थान में संत कबीर की तरह ही भक्ति आंदोलन की स्थापना की थी तभी से संत दादू दयाल जी को राजस्थान का कबीर कहा जाता है|
संत दादू दयाल जी का जन्म अहमदाबाद गुजरात में हुआ था | हालांकि संत दादू दयाल जी का नाम महाबली है | लेकिन महाबली नाम से इन्हें बहुत ही कम लोग पहचानते हैं अधिकतर लोग ने संत दादू दयाल जी के नाम से ही जानते हैं | इनका स्वभाव अधिक दयालु था इसलिए इनका नाम लोगों के द्वारा दादू दयाल बुलाने जाने लगा|
संत दादू दयाल जी के द्वारा बहुत सारी रचनाएं लिखी गई है जिनमें इन्होंने संत कबीर का जिक्र किया है | संत दादू दयाल जी के द्वारा दिए गए उपदेश व शिक्षाएं दोहे के रूप में दादू वाणी नामक ग्रंथ में संग्रहित की गई है | दादू पंथ की स्थापना भी संत दादू दयाल जी के द्वारा ही की गई है|
FAQs | राजस्थान का कबीर किसे कहते हैं?
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पश्चिमी राजस्थान का कबीर किसे कहा जाता है?
पश्चिमी राजस्थान का कबीर संत दादू दयाल जी को कहा जाता है|
आधुनिक कबीर के नाम से कौन जाना जाता है?
आधुनिक कबीर “नागार्जुन” को नामवर सिंह के द्वारा कहा गया है|
राजस्थान में दारू पेंट का मुख्य केंद्र कहां पर स्थित है?
राजस्थान में दादू पंथ का मुख्य केंद्र नारायणा में भैराणा पहाड़ी पर गुफा पर स्थित है|
संत दादू दयाल की मृत्यु कहां हुई थी?
संत दादू दयाल की मृत्यु सन 1603 में नरेना में हुई थी|
संत दादू दयाल जी के गुरु का क्या नाम था?
संत दादू दयाल जी के गुरु का नाम परब्रह्म परमात्मा था|